छतरपुर क्रिकेट जगत में पदार्पण कर चुकी छतरपुर की बेटी क्रांति गौंड़ को लगातार सफलता की ओर अपने कदम बढ़ा रही हैं। पिछले दिनों मध्यप्रदेश की ओर से टी-20 खेल चुकी छतरपुर की बेटी क्रांति को अब डब्ल्यूपीएल में मुंबई इंडियन्स का साथ मिला है। दर असल क्रांति का चयन डब्ल्यूपीएल में मंबई खेमे के सपोर्ट स्टाफ के तौर पर किया गया है, जहां क्रांति को भारत सहित अन्य देशों की महिला खिलाड़ियों से मिलने और क्रिकेट की बारी कियां सीखने का अवसर मिल रहा है। डब्ल्यू पी एल में मंबई इंडियन्स की ओर से खेलने वाली तमाम महिला खिलाड़ियों के साथ उनकी तस्वीरें छतरपुर जिले में वायरल हो रही हैं और हर कोई उनकी इस सफलता के लिए शुभकामनाएं दे रहा है। छतरपुर से क्रिकेट की शुरुआत करने वाली क्रांति गौंड़ जिले के घुवारा कस्बे के एक सामान्य मध्यम वर्गीय परिवार की बेटी हैं। उनके पिता का नाम मुन्ना सिंह और माताजी का नाम नीलम सिंह हैं। छतरपुर के जाने-माने क्रिकेट कोच और डीसीसीए के जिला सचिव राजीव बिल्थरे बताते हैं कि क्रांति एक होनहार युवा क्रिकेट खिलाड़ी हैं जिनमे अच्छे क्रिकेट की संभावना कुछ वर्षों पहले ही नज़र आ गई थी। क्रांति ने लंबे समय से कठिन अभ्यास और अपनी लगन के बलबूते पर आज यह सफलता हासिल की है। वहीं डीसीसीए छतरपुर के अध्यक्ष विनय चौरसिया ने बताया कि क्रांति हमेशा से अपने खेल के प्रति संवेदनशील रहीं हैं। क्रांति की कड़ी मेहनत और निरन्तर अभ्यास के चलते पिछले दिनों उसका चयन मध्यप्रदेश की टी-20 टीम में हुआ था और कुछ मैच में उन्हें खेलने का भी मौका मिला। श्री चौरसिया ने बताया कि क्रांति छतरपुर जिले की पहली खिलाड़ी हैं जिन्हें प्रदेश की टी-20 टीम में खेलने का अवसर मिला है। टी-20 टीम में चयन होने के बाद क्रांति का चयन मुंबई इंडियन्स के सपोर्टिंग स्टाफ में हुआ है। इन दिनों क्रांति मंबई इंडिन्स खेमे के साथ रहकर क्रिकेट की बारीकियों को सीख रही हैं। इसके साथ ही उन्हें अंतराष्ट्रीय स्तर की महिला खिलाड़ियों के साथ में प्रैक्टिस करने का भी मौका मिल रहा है। क्रांति की इस सफलता से न सिर्फ उनके माता-पिता और कोच को बल्कि संपूर्ण जिले के खेलप्रेमियों को गर्व करने का अवसर मिला हैऔर समाज मे बेटियों के नाम को रौशन की